Support और Resistance In Hindi.

 Support और Resistance In Hindi.

Support और Resistance शेयर मार्केट में उपयोग आने वाले महव्य पूर्ण Key Level है। 
सपोर्ट और रेजिस्टेंस की मदद से हम बाजार का ट्रेंड समझ के ट्रेड ले सकते है इसीलिए हर निवेशक को यह जानकारी बहुत जरूरी है। 
Support और Resistance मार्केट में Supply और Demand पर आधारित होते है। 
जब बाजार में शेयर की Supply ज्यादा होती है तब शेयर या commodities में गिरावट दिखाई देती है। 
जब बाजार में Demamd ज्यादा होती है तब शेयर या commodities की भाव में तेजी आती है। 
Support और Resistance दो प्रकार के होते है। 
  1. Horizontal Support And Resistance
  2. Trending Support And Resistance
अब हम इन दोनो प्रकार को विस्तार से समझते है। 

1. Horizontal Support And Resistance(होरीजंटल सपोर्ट और रेजिस्टेंस)

आप यह ऊपर दिया गई फोटो में horizontal Support और Resistance को देख सकते है। 
Horizontal Support
जब कोई शेयर का भाव गिरकर किसी एक लेवल पर आता है और वहासे ऊपर उठकर तेज होता है फिर कुछ समय के बाद वापस उसी लेवल के आसपास आके फिर ऊपर जाता है तो जिस लेवल से भाव ऊपर गया है उस लेवल को Horizontal Support कहते है। 
जब पहली बार भाव नीचे आकर सपोर्ट बनाकर ऊपर जाता है तब पहला सपोर्ट बनता है उसको minor Support कहते है। 
जब भाव दूसरा सपोर्ट बनाकर ऊपर जाता है तब इस सपोर्ट को Strong support कहते है। 
यहां ऊपर वाली फोटो में three(तीन) सपोर्ट है कई बार इससे ज्यादा भी सपोर्ट होते है। 
जिस भाव पर शेयर सपोर्ट बनता है वहां Buyer (खरीददार) ज्यादा होते है मतलब उस भाव पर शेयर की डिमांड ज्यादा होती है। 
यह याद  रहे की दो सपोर्ट के बीचमे कम से कम सात (7) से आठ(8) कैंडल का अंतर होना चाहिए। 
Horizontal Resistance
आप horizontal Resistance को ऊपर वाली फोटो में देख सकते है। 
जब कोई शेयर का भाव तेज होके किसी एक prise पर से नीचे आता है और थोड़ी देर बाद वापस ऊपर आके उसी prise के आसपास से नीचे आता है तो उस prise को Horizontal Resistance कहते है। 
चार्ट में दो से ज्यादा भी resistance हो सकते है। 
यहां शेयर में जिस prise पर resistance बनाया है उस भाव पर शेयर की डिमांड कम होती है। 
यहां शेयर में एक,दो resistance बनाने के बाद अच्छी गिरावट होती है। 
यहां भी दो resistance के बीच में सात (7) से आठ(8) कैंडल का अंतर होना चाहिए। 

2.Trending Support And Resistance

आपको यह Trending Support और Resistance दिखाई दे रहे होंगे। 
यह Support और Resistance तेजी या मंदी में बनते है। 
इस प्रकार के सपोर्ट और रेजिस्टेंस ट्रेंड को जारी रखने का संकेत देते है। 
Trending Support
आप फोटो की दाई और देख सकते है वहां Trending Support दिखाया गया है। 
जब कोई शेयर up trend में है और वहां से गिरकर थोड़ा नीचे आ कर किसी एक prise से वापस up trend में आता है तब उसको Trending Support कहते है। 
दुबारा ऊपर जाके वापस किसी एक prise पर नीचे आता है यह prise पहले support के ऊपर होता है। 
ऐसे ही support बनाते हुए शेयर में तेजी बरकरार रहती है। 
Trending Resistance
आप ऊपर वाले फोटो की बाई और जो चार्ट दिया गया है वह Trending Resistance का है। 
जब कोई शेयर down trend में है और वहां से तेज हो कर थोड़ा नीचे आ कर किसी एक prise से वापस down trend में आता है तब उसको Trending Resistance कहते है। 
दुबारा नीचे(गिरावट) जाके वापस किसी एक prise पर ऊपर(तेजी) आता है यह prise पहले Resistance के नीचे होता है।
अगर ऐसा चार्ट में दिखाई दे तब वहासे ज्यादा गिरावट आने की संभावना होती है। 
Trending Support और Resistance, Horizontal Support और Resistance के अलावा भी एक और S&R है जो चार्ट में दिखाई देता है। 
  • Resistance becomes Support
  • Support becomes Resistance
अब हम इनके बारेमें जानेंगे। 

आप यह फोटो में देख सकते है यह support becomes Resistance और Resistance becomes Support का चार्ट पैटर्न दिया है। 
Support becomes Resistance
जब शेयर नीचे गिरता है उसके बाद कोई support लेकर वापस ऊपर जाता है और वापस नीचे आता है और एक resistance लेकर गिरावट आती है। 
जो दूसरा resistance है वह पहले support के लेवल के आसपास होता है मतलब सपोर्ट ही रेजिस्टेंस बना हुआ है इसको Support becomes Resistance कहते है। 
Resistance becomes Support

जब शेयर ऊपर यानी तेजी में होता  है उसके बाद कोई resistance लेकर वापस नीचे जाता है और वापस ऊपर आता है और एक support लेकर तेजी आती है। 
जो दूसरा support है वह पहले resistance के लेवल के आसपास होता है मतलब resistance ही support बना हुआ है इसको Resistance becomes support  कहते है। 
इन सभी प्रकार से Support और resistance चार्ट में कैसे काम करते है और इनकी मदद से ट्रेड कैसे ले इसके बारेमे हम आने वाले पोस्ट में जानेंगे। 
आपको यह जानकारी कैसी लगी हमे जरूर बताए अगर आपका कोई सुझाव या प्रश्न है तो हमे जरूर बताए। 

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