Heikin-Ashi चार्ट पैटर्न क्या है? कैसे उपयोग करे?
जैसे हम ट्रेडिंग app मे बार चार्ट, कैंडलेस्टिक चार्ट, लाइन चार्ट को देखते है इसी तरह Heikin-Ashi भी एक तरह का चार्ट है।
हर ट्रेडर को Heikin-Ashi चार्ट पैटर्न की समझ होनी जरूरी है जिससे वह अपने ट्रेडिंग के दौरान सही शेयर का चुनाव कर सके।
Heikin-Ashi कैंडल की खोज भी Munehisa Homma ने ही की थी जिसको हम कैंडल पैटर्न का गुरु के रूप में जानते है।
Heikin-Ashi एक जापानी सब्द है जिसमे Heikin का अर्थ average (औसत) और Ashi का मतलब बार होता है।
Heikin-Ashi भी सामान्य कैंडल जैसी ही होती है लेकिन वह सामान्य कैंडल के average से बनती है इसीलिए उसको average bar कहा जाता है।
Heikin-Ashi कैंडल कैसे बनता है
Heikin-Ashi कैंडल का High और close prise की calculation नोर्मल कैंडल से अलग होता है।
Heikin-Ashi का open prise:
पिछली Heikin-Ashi कैंडल का open prise और close prise का average से अगली कैंडल का open prise बनता है।
यानी पिछली HA(Heikin-Ashi) कैंडल का open और close prise को 2(two) से devide करके बनता है।
Heikin-Ashi का close prise:
Heikin-Ashi कैंडल का close prise बनता है नोर्मल कैंडल के High,Low, open और close prise के average से।
यानी नोर्मल कैंडल के open,close,low, और high prise को 4(four) से devide करके HA कैंडल का close prise बनता है।
Bullish या bearish Heikin-Ashi कैंडल भी इस तरह से ही बनती है।
Heikin-Ashi कैंडल के प्रकार
जैसे नोर्मल कैंडल चार्ट में कई प्रकार की कैंडल होती है वैसे ही Heikin-Ashi चार्ट में भी कैंडल होती है।
Heikin-Ashi कैंडल 3(three) प्रकार की होती है।जिसको हम यहां समझेंगे।
आपको ऊपर वाले फोटो में तीन तरह की कैंडल दिखाई है।Heikin-Ashi कैंडल तीन तरह के सिग्नल दर्शाती है।
- Bullish और Bearish ट्रेंड
- Bullish और Bearish ट्रेंड continuation
- ट्रेंड consolidation
1.Bullish और Bearish ट्रेंड
ऊपर वाले फोटो में पहली दो कैंडल है वह इसी प्रकार की है।
जब यह कैंडल Heikin-Ashi चार्ट में दिखाई दे तब समझना चाहिए की जो ट्रेंड चल रहा है वह कमजोर हो रहा है या फिर नया ट्रेंड की शरुआत होने वाली है।
इसमें अगर Bullish कैंडल दिखाई दे तो आगे शेयर में तेजी आने वाली है यह संकेत मिलता है।
अगर इसमें Bearish कैंडल दिखाई दे तो यह समझना चाहिए की शेयर में मंदी आने वाली है।
यह हरी(green) Heikin-Ashi कैंडल Bullish ट्रेंड में और लाल(red) Heikin-Ashi कैंडल beariah ट्रेंड में बनती है।
2.Bullish और Bearish ट्रेंड continuation
आप को ऊपर वाले फोटो में जो Trend Continuation करके कैंडल दिखाई दे रही है वह यही कैंडल है।
अगर HA चार्ट में इस प्रकार से कैंडल दिखाई दे तब हमे जो ट्रेंड चल रहा है वह आने आने वाले समय में ऐसे ही चलता रहेगा यह बात का सिग्नल देती है।
यह हरी(green) कैंडल Bullish ट्रेंड continuation का और लाल(red) कैंडल Bearish ट्रेंड continuation का सिग्नल देती है।
यहां Green HA कैंडल में lower shadow नही होता और Red HA कैंडल में upper shadow नही होता।
3.ट्रेंड consolidation
आपको ऊपर के फोटो में Trend Consolidation करके यह कैंडल दिखाई गई है।
अगर चार्ट में इस तरह की कैंडल बनती है तो यह समझना चाहिए की यह ट्रेंड consolidation हो चुका है यानी न तो up trend या नही down trend.
Heikin-Ashi ट्रेडिंग strategy
Heikin-Ashi कैंडल की मदद से ट्रेंड लेने के लिए आपको दो indicator को सीखना जरूरी है
(1)Moving Average indicator
(2) Stochastic indicator
यह दो indicator मे दो तरह के setting करने होते है जैसे की…
आपको यह 20DAY moving average और [14/3/3] के साथ [50/3/3] वाले stochastic का उपयोग करना होता है।
अगर आप intraday मे यह strategy के साथ ट्रेड कर रहे है तो आपको 5 मिनिट या 10 मिनिट के चार्ट को देखना चाहिए।
अगर Positional ट्रेड करते है तो आप को 1 day के चार्ट का उपयोग करना चाहिए।
यह strategy को उपयोग करने के लिए आपको पहले Risk reword ratio और Stop Loss की जानकारी होनी चाहिए।
आप यह देख सकते है की यह कोई एक शेयर का Heikin-Ashi कैंडल पैटर्न दिखाया गया है।
यह चार्ट में आपको दो stochastic [14/3/3] और [50/3/3] लगाया गया है।
Heiklin-Ashi कैंडल से buy
अब हमे इसमें Buy करने के लिए यह देखना है की जब दोनो stochastic की %k और %d line 50 के ऊपर आए तब कैंडल 20 Day के SMA के ऊपर closing दे।
जिस कैंडल ने 20Day SMA के ऊपर closing दी है उसके बाद की कैंडल पर Buy की पोजिशन बनानी है।
Buy करने के तुरंत बाद जिस कैंडल में HA कैंडल के ऊपर closing दी है उसके Low prise पर Stop Loss लगाना चाहिए।
Heiklin-Ashi कैंडल से Sell
Heiklin-Ashi चार्ट में हमे 20 day SMA और stochastic लगाना है।
अब Sell करने के लिए हमे यह देखना है की जब दोनो stochastic मे %K और %D लाइन 50 के नीचे closing दे तब कैंडल 20 Day SMA के नीचे closing दे–दे तब उसके बाद की कैंडल के open prise पर Sell करना है।
Heiklin-Ashi चार्ट की मदद से ट्रेड
Heiklin-Ashi चार्ट में ट्रेंड लेने के लिए आपको stochastic indicator का उपयोग करना पड़ेगा।
Heiklin-Ashi चार्ट में Buy की पोजिशन
आप यहां दिया गया शेयर के चार्ट को अच्छे से देखिए यहां नीचे stochastic indicator भी लगाया है।
Heiklin-Ashi मे Buy करने के लिए हमे सबसे पहले stochastic और 20 Day SMA को चार्ट में लगाना होगा।
अब Buy करने के लिए यह देखना है की जब stochastic indicator मे %K और%D लाइन जब 50 के ऊपर चली जाए और तब कैंडल भी 20 Day SMA के ऊपर closing देनी चाहिए।
जब ऐसा हो तब जिस कैंडल ने 20 Day SMA के ऊपर close हुई है उसके तुरंत बाद की कैंडल के open prise पर Buy की पोजिशन बनानी चाहिए।
अब यहां जिस कैंडल ने 20 Day SMA के ऊपर closing दी है इसके Low पर Stop Loss लगाना जरूरी है।
Buy की पोजिशन बनाने के बाद आप चार्ट में देख सकते है की बहुत ही ज्यादा शेयर में तेजी आई है।
Heiklin-Ashi चार्ट में Sell की पोजिशन
Heiklin-Ashi के चार्ट की मदद से Sell करना बहुत ही आसान होता है।
जब Sell की पोजीशन बनानी हो तब यह देखना है की दोनो stochastic की %K और %D लाइन 50 के नीचे हो और उसी समय अगर कोई कैंडल 20 Day SMA के नीचे closing दे तो उसके बाद की कैंडल के open prise पर Sell की पोजिशन बना सकते है।
यहां भी Sell की पोजिशन लेने के बाद Stop Loss लगाना अनिवार्य है।